5 Best Mutual Funds: “अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करने की योजना बना रहे हैं और अपने पैसे को 2.5 करोड़ रुपए तक बढ़ाना चाहते हैं, तो Mutual Fund एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। Mutual Fund में निवेश न केवल आपको अच्छे रिटर्न दिला सकता है, बल्कि यह आपके वित्तीय लक्ष्यों को भी प्राप्त करने में मदद कर सकता है, चाहे वह घर खरीदना हो, बच्चों की पढ़ाई के लिए बचत करना हो, या रिटायरमेंट के लिए एक मजबूत फंड बनाना हो। इस लेख में हम आपको 5 ऐसे Mutual Funds के बारे में बताएंगे जिनमें निवेश कर आप अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं। सही Mutual Funds का चुनाव कर, आप अपने पैसे को सुरक्षित और सुनियोजित तरीके से बढ़ा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं, कौन से हैं ये 5 Best Mutual Funds जो आपको बना सकते हैं करोड़पति!”
5 Best Mutual Funds
1. SBI PSU Fund
2. Aditya Birla Sun Life PSU equity fund
3. ICICI Prudential Infrastructure Fund
4. HDFC Infrastructure fund
5. LIC MF Infrastructure Fund
कैसे पता करें कि कौन से Best Mutual Funds अच्छा है?
1. अपनी निवेश अवधि (Investment Horizon) तय करें : म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय सबसे पहले यह तय करें कि आप कितने समय तक निवेश करना चाहते हैं। अगर आप लंबे समय तक निवेश कर सकते हैं तो इक्विटी म्यूचुअल फंड अच्छे विकल्प हो सकते हैं, जबकि कम समय के लिए debt fund बेहतर होते हैं। निवेश की अवधि के अनुसार फंड का चुनाव करें।
2. Risk सहन करने की क्षमता : म्यूचुअल फंड्स में अलग-अलग प्रकार के फंड होते हैं जो विभिन्न जोखिम स्तर के साथ आते हैं। इसलिए, अपनी जोखिम सहन क्षमता का मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण है। अगर आप कम जोखिम लेना चाहते हैं तो debt फंड चुनें, और अगर आप उच्च जोखिम उठा सकते हैं तो इक्विटी फंड सही हो सकता है।
3. फंड का प्रदर्शन (Fund Performance) चेक करें : किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले उसकी पिछले वर्षों की प्रदर्शन की जानकारी प्राप्त करें। पिछले 5-10 वर्षों के रिटर्न को देखें और तुलना करें कि फंड ने बाजार में अन्य फंड्स के मुकाबले कैसा प्रदर्शन किया है।
4. एक्सपेंस रेश्यो (Expense Ratio) को समझें : म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय एक्सपेंस रेश्यो को नजरअंदाज न करें। यह वह फीस है जो फंड हाउस आपकी निवेश राशि का एक छोटा हिस्सा लेता है। कम एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड बेहतर होते हैं, क्योंकि अधिक फीस आपके रिटर्न को कम कर सकती है।
5. Portfolio Diversification।पर ध्यान दें : अपने निवेश को एक ही फंड में न डालें, बल्कि अलग-अलग funds में थोड़ा-थोड़ा invest करें। इससे बाजार के उतार-चढ़ाव में भी आपका जोखिम कम रहेगा और बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
6. टैक्स लाभ और कर देयता (Tax Benefits and Tax Liability) : कुछ म्यूचुअल फंड्स जैसे ELSS (Equity Linked Savings Scheme) आपको टैक्स लाभ देते हैं, लेकिन यह भी ध्यान रखें कि फंड से प्राप्त रिटर्न पर टैक्स भी लगता है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले टैक्स के सभी पहलुओं को समझें।
7. SIP or Lumpsum : म्यूचुअल फंड में आप SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए नियमित निवेश कर सकते हैं, या फिर एकमुश्त राशि (Lumpsum) के रूप में भी निवेश कर सकते हैं। आपकी निवेश शैली और सुविधा के अनुसार सही विकल्प का चुनाव करें। नए निवेशकों के लिए SIP बेहतर विकल्प माना जाता है।
8. बाजार के उतार-चढ़ाव को समझें : म्यूचुअल फंड्स में इक्विटी फंड्स की कीमतें बाजार की स्थिति के अनुसार बढ़ती और घटती रहती हैं। बाजार के उतार-चढ़ाव को समझना और उसके अनुसार निवेश का निर्णय लेना जरूरी है। अगर आप बाजार की अस्थिरता से बचना चाहते हैं, तो डेट फंड्स का विकल्प चुन सकते हैं।
9. फंड की स्थिरता और रेटिंग (Fund Stability and Ratings) को जानें : म्यूचुअल फंड का चुनाव करते समय उसकी स्थिरता और विभिन्न रेटिंग एजेंसियों द्वारा दी गई रेटिंग्स को जरूर देखें। फंड की स्थिरता उसकी विश्वसनीयता और प्रदर्शन के बारे में जानकारी देती है। उच्च रेटिंग वाले फंड को चुनना बेहतर होता है।